ऑस्ट्रेलिया: ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला का चौथा मैच शुक्रवार (15 जनवरी) से शुरू हो रहा है। रविवार (Sun 17 Jan 2020 )मैच का तीसरा दिन शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर, जो इस दिन आठवे वें स्थान पर हैं, अर्धशतक(50) बना चुके हैं। लेकिन अर्धशतक(50) के बाद शार्दुल अपना विकेट गंवा बैठे।

186 रनों पर 6 विकेट गंवाने के बाद, दोनों बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को चौंका दिया और अच्छी बल्लेबाजी की। वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने सातवें विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी की।

सुंदर और ठाकुर ने अपने पहले अर्धशतक बनाये और सातवें विकेट के लिए 36 ओवर की बल्लेबाजी में 123 रन जोड़े। पदार्पण पारी में सुंदर की किसी भी भारतीय द्वारा खेली गई यह तीसरी सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले राहुल द्रविड़ ने 95 और बापू नाडकर्णी ने 68 रन की पारी खेली थी

वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने सातवें विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी की।

दोनों ने सातवें विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी की, इससे पहले कपिल देव और मनोज प्रभाकर ने ब्रिसबेन मैदान पर सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। 1991 में कपिल और प्रभाकर ने गाबा की पिच पर सातवें विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी की। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी और रविचंद्रन अश्विन तीसरे स्थान पर हैं। दोनों ने 2014 में सातवें विकेट के लिए 57 रनों की साझेदारी की थी।

वाशिंगटन सुंदर को प्लेइंग इलेवन में अपने पहले टेस्ट मैच में एक ऑलराउंडर के रूप में शामिल किया गया और उनके अर्धशतक ने उनके पदार्पण को यादगार बना दिया। रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सातवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। दोनों ने 2001 में सिडनी में 204 रनों की बड़ी साझेदारी की, मैच बारिश से धुल गया और मैच ड्रॉ में समाप्त हुआ।

दोनों बल्लेबाजों ने अपनी इस साझेदारी से कपिल देव और मनोज प्रभाकर के 1991 में ब्रिस्बेन में सातवें विकेट के लिए 58 रन के 30 साल के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। ठाकुर आठवें क्रम पर उतरकर इस मैदान पर अर्धशतक बनाने वाले 20 साल में पहले खिलाड़ी बने। इसके पहले यह काम पाकिस्तान के मोईन खान ने किया था।